Wednesday 9 June 2010

Aagaaz is a voluntary youth group whose members come from PremNagar, Meghwadi and SanjayNagar bastis of Jogeshwari, Mumbai from diverse religious and caste backgrounds. They function as a youth development center and and organise camps on education, health, employment, personal development and projects around local infrastructures such as water and rationing (PDS). They are supported entirely by local contributions.

Friday 16 October 2009

इस्माईल शरीफ
माह : सितम्बर २००९
अपनी यात्रा को आगे लेजाते हुए बसतमें युवाओं को जोड़ने का प्रयास जोर शोर से होरहा है, पिछले माह जोगेश्वरी विकास मंच की ओर से आयोजित किया गया था. २८ सितम्बर को १०२ वा जनम दिन के मौके पर एक समारोह आयोजित किया गया था मैं और मेरे साथ जुड़े युवाओं को लेकर उस समारोह मैं भगत सिंह के विचारों को आगे युवाओं तक पोहचाने के लिए उस समारोह में खुद भगत सिंह के भांजे डॉ. जगमोहन सिंह आये हुए थे उन्होंने अपने मामा के बारे में बताते हुए ये कहा के उन के विचार आज के युवाओं में क्यूँ होना चाहिए
मेरे साथ यूवा इस समारोह से बोहत प्रेरित हुए
भगत सिंह के विचारों को जानने की इच्छा उनमे जागी
एक होकर ताक़त बनती है इस पर विश्वास बनाया
अपने आप को समाज के सालों के लेकर मजबूती देने के लिए सहर विकास मंच दुआर "अधिकार प्रशिक्षण कार्यशाला" मुंबई महानगर पालिका कार्य इस्थर और कार्य पद्धति के विषय में बातें हुई, यह कार्यशाला एक दिन की थी जिस में संसाधन व्यक्ति युवा संस्था के governance project के director सीताराम शेल्लर आये हुए थे.
कार्यशाला में हुई चर्चाएँ और सीखें
  • मुंबई महानगर पालिका क्या है?
  • हमारी BMC को लेकर क्या समझ है?
  • BMC कब वजूद में आयी?
  • BMC और हमारे क्या कर्त्तव्य है?
  • नगरसेवक कितने है और क्या काम करते है?
  • नगरसेवक, आमदार, खासदार हम क्यूँ चुन कर देते है?
  • BMC मुंबई के लिए कितने पैसे खर्च करती है?
और अय्से ही कई सवालों को लेकर चर्चाएँ हुई, जो हमे अपनी नागरिक ज़िम्मेदारी का एहसास दिलाते है.
अक्टूबर में एक कॉमिक कार्यशाला का आयोजन किया है १५ से २० साल के युवाओं के लिए है.
तीनदिवसीय कार्यशाला २०, २१, २२, अक्टूबर को तय पाया है.
मुस्लमान हूँ मैं पाकिस्तान नहीं हूँ
इस देश से मैं गद्दार नहीं हूँ

लाल किया है मैंने भी लहू से तारिख को
तमाशा देखता रहा वोह राहगीर नहीं हूँ

जो पीलेते है खून अपनों ही का बे खोव्फ़
यारों मैं वोह शय्तन नहीं हूँ

कतरा-कतरा ज़ख्म- ज़ख्म सब मेहसूस करता हूँ
दर्द और एहसास से अनजान नहीं हूँ

अदाकार, शायर, खिलाडी, नीता, उस्ताद हूँ
जो दे रहे हो पहचान वो आतंकवाद नहीं हूँ

इस मिटटी का मैं हूँ यह मिटटी है मेरी
दफ़न हो जाऊंगा इसी में मैं मेहमान नहीं हूँ

मुस्लमान हूँ मैं पाकिस्तान नहीं हूँ...

इस्माईल शरीफ

Friday 25 September 2009

Second Report25th July To 30th August 2009प्यारे दोस्तों, अब मैं अपनी इन्तेर्न्शिप यात्रा समाप्त करने के बाद अपने शहर मुंबई मैं युवाओं के साथ समय बिता रहा हूँ. बोहत सी अच्छी सिख लेकर अपनी यात्रा को मज़बूत बना रहा हूँ. पिछले दिनों की कुछ बातें आप के साथ बाँटना चाहता हूँ. मेरी पिछली इन्तेर्न्शिप मध्य प्रदेश में हुई समर्थन और समावेश, समर्थन 26th to 30th aug. 09 मध्य प्रदेश के एक जिलाह सीहोर में सर्थन के काम को समझने की कोशिश की, पहले ही दिन मुझे सीहोर के एक गाँव देवली में " समाजिक निगरानी" के कार्यकर्म में पोहंचा वहो यह देख कर मैं हैरत में पड़ गया के एसा भी होसकता है के सरपंच अपने कम का पूरा हिसाब किताब गाँव के लोगो के सामने रखे. लोगों का सवाल करना ओउर सिर्फ सवाल ही नहीं जवाब भी मांगना आने वाले समय के बदलाव कई निशानी है, मेरी सिख अगर समाज में बदलाव लाना है तो समाज के ठेकेदारों से समाज को बदलने की शुरवात करो.लोगों में आत्मा विश्वास पैदा करो जो हमेशा बना रहे न के कोई बता रहा है तब ही लोग काम करे.जब हम दो पक्षों के बेच काम कर रहे हो तब एक पक्ष के ही तरफ से न बोलें एसे में सम्बन्ध ख़राब होने की संभावना होती है.कार्यक्रम का आयोजन एसी जगह हो जहाँ सरे लोग आराम से बैठ सके और सहभागी भी हो सकें.\गंज और इन्द्र बस्ती में विसित गंज और इन्द्र नगर बस्ती में विसित कर वहां के युवाओं से बात चीत की और वहां की परस्थितियों को समझने की कोशिश की. योवओं से बात करने से ये पता चला के लोग सरपंच के कामो को लेकर बोहत ही चौकन्ने है सरपंच के हर हरकत पैर लोगों की नज़र होती है क्या कम कहा और कियों किया जा रहा है. समर्थन के साथी वोगेन्द्र के साथ हमने सरपंच के एक साल के काम और बदलाव को लेकर बस्ती में युवाओं के साथ चर्चा की.मेरी सिख युवाओं के उत्साह के अनुसार काम को आगे बढाओ.Urban Governance चंचल जी के साथ भोपाल के सारे सरकारी दफ्तरों के विसित की जिस में ये दफ्तर शामिल थे.१) तहसीलदार दफ्तर २) नगर पालिका के अलग अलग विभाग३) वर्ड ऑफिस ४) १२ दफ्तर जहाँ तहसीलदार भी होतें है५) पेंशन कार्यालय बस्ती की उन माहि लों के साथ ये विसित का आयोजन किया गया था जो बस्ती में नेतृत्व करती है और अपने समाज के विकास के लिए काम करना छाती है. मेरी सिख अगर टेरना सीखना है तो समंदर में उतरना पड़ेगा, बहार बैठकर हम टेरना नहीं सिखा सकतेलोगो के साथ दफ्तर में जाने से नए लोगों को आत्मा विश्वास मिलता हैअगर दिन भर कम करना है तो नियोजन करें नहीं तो समय ख़राब होता है और काम अधुरा रह सकता हैअगर जिम्मेदारियां आपस में बाँट ली जायेन तो गडबडी होने की शंका बोहत कम होती है समावेश (भोपाल) 1st Sep. 4th Sep. 09भोपाल मैं मेरी पहली मुलाकात स्याग भाई से समावेश के दफ्तर में हुई. स्याग भाई ने समावेश के कम को पुरे खुलासे के साथ बताया आगाज़ अकादमी, चकमक क्लब, शिक्षा पहेल, सखी पहेल, सारी बातें. दुसरे दिन मध्य प्रदेश के गाँव गाँव से आये समावेश की योवओं की टीम के साथ जोड़ दिया जो खाते गाँव , खिरकिया गाँव से आये हुए थे. शिक्षा पहेल और सखे पहेल ये दो प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश के ७०-८० गाँव में चल रहे है.शिक्षा पहेल:-ये कार्यकरम सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से चौथी कक्षा के विद्यार्थियों के साथ चलाया जाता है. जो समावेश के बाल मित्र सर्व शिक्षा अभियान के साथ साथ ही चलते है. बाल मित्रों का पढ़ने का तरीका खेलों, चित्र कथाओं, विज्ञानिक प्रयोगों की किताबों, खिलोनों के दुवारा होता है जिससे बचों में पढने की इच्छा बढती है. सखी पहेल:- सखी पहेल महिलाओं के लिए है, khas वो mahilayen जो sarpanch है और sarpanch के लिए तयार होना चाहती है और इन महिलाओं सरपंच के काम नेतृतव विकास के लिए सक्षम बनाया जाता है इससे आगाज़ अकादमी कहते है. पर सखी पहेल अब कम नहीं करता महिलाएं खुद संघटन बना कर कम करती है.बाकि की बातें अगले मेल में होगी.....इस्माईल शरीफ
LEARNING PLAN FOR THE COMMUTINY LEARNING AND LEADERSHIP JOURNEY AreaMy change project (Knowledge, skills, worldview)Learning goals (what I want to learn?)Make understanding about CitizenshipCitizens rightsLearning strategies (How will I learn?Books reading, News paper, workshops, Media, BMC exposureSelf Development (Knowledge, skills, Attitude)English communication and writing :Speaking class, Try to speak with people , Reading news paper, Write columns in English, E-mailI want to know about beginning of youth groups and how to enter in the unknown group?Thinking ability improve.Friendship, Start Music club for youth, Project visit, Trainings & workshops, From mentorDiscussion, Meeting with youths
सहर संस्था मैं मेरा पहला इन्तेर्न्शिप शुरू है यह मैं ने ५ जुलाई २००९ से शुरू क्या आज मुझे करीब ७-८ दिन हो चुके है यहाँ का सारा काम मेरे अपने प्रोजेक्ट से काफी मिलता झूलता है करीब मैं एक कॉलेज है इस्माईल युसूफ कॉलेज सहर का एक प्रोजेक्ट इस कॉलेज मैं चलता है "परवाज़" परवाज़ का अर्थ होता हे उड़ान युवाओं के साथ एक्टिव सिटिज़नशिप, लीडरशिप, व्यक्तिगत विकास इन सब बातों को लेकर युवाओ के साथ बोहत ही बढ़िया तरीके से कम चलता है। इन युवाओं के साथ एक साल कामकरते हैं जो इन के पुरे विकास के लिए काफी होता है। साल ख़तम होने पर उन युवाओं को अगले बैच के युवाओं के विकास के लिए तैयार किया जाता है । ८ जुलाई २००९ को परवाज़ के नए सफ़र की शुरुवात हो गई इस के प्रचार के लिए करीब २०० विद्यार्थी जमा हुए थे परवाज़ के एक्टिविटी को युवाओं के सामने रखा गया उन युवाओं को भी सामने लाया जिन में इस प्रक्रिया से बदलाव आया है । उस प्रेजेंटेशन के बाद ६०-७० युवाओं ने अपनी समर्थन का प्रदर्शन दिया और इस एक साल के कार्यकर्म के लिए सप्ताह में एक दिन देना होता है शनिवार १.०० से ३.०० के बिच। इस के मैं ने परवाज़ के अगले बैच के लिए प्रचार मैं मदद की। कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ काम करने का अनुभव भी अच्छा रहा आगे भी हम जाने वाले है। सहर मैं कंप्यूटर शिक्षा भी उन युवाओं को दी जाती है जिसे अपने विकास के लिए समस्या आती है कंप्यूटर क्लास में बेसिक सोखाया जाता है जिस से वो कंप्यूटर चलाना जन जतेब है एम् .एस ऑफिस उन्हें पुरी ठरहा पढाया जाता है। उन के नए मॉड्यूल मैं मैं ने मदद की। ऑफिस २००७ होने की वाजे से मुझे भी कुछ नया सिखने मिला अपने दिनों के बारे में मैं इतना ही कहों गा। इस्माईल शरीफ